
प्यार न मैं पा सका तुम्हारा ,फिर भी तुमसे जुदा नहीं ! ख़ुद पर इतना मत इतना मत इतराओ,देखो ! तुम हो ख़ुदा नहीं !! आती है तरुणाई सब पर,हम भी उससे बचे नहीं ! तुमने तो वह काम किया है, जाओ हमको जँचे नहीं !! याद करोगे हमको यारा, योवन का उन्माद है कबतक ! वारि -धार तट मिल न पाये, यही समझ लो आस थी अबतक !!